दोस्ती...
जो लड़ जाए
पर मरे एक दूसरे पर
जो नाराज़ तो हो लेकिन कभी गुस्सा ना हो...
जो साथ तो दे ✊ तो दे अंत तक
जैसे मीरा का राम
जैसे शिव नंदी का नाम
जो हंसे तो लगे तारे बरसे,
और रोए तो साथ में गंगा तरसे,
एक दूसरे से खफा ज़रूर हो सकते हैं,
लेकिन नाराजगी कभी बेवफ़ा नहीं होती,
कभी समय ना दे पाए तो समझे,
कभी दिल जो दुखाए तो समझे,
माँ की तरह ममता
और पिता की तरफ़ फटकार
यही तो होता है दोस्ती में यार,
एक को चोट लगे तो दूसरा भी तड़पे,
एक की ख़ुशी को देख, उसके भी ख़ुशी के आंसू झलकें ,,,
चाहे हरदम आगे बढ़ाना दोस्त को,
जलन वहाँ मचे जब कोई दूसरा दोस्त उसका बन जाए,
हाय कैसे लड़े एक दूसरे से फिर चिढ़ाए,
दोस्ती मीठी, खट्टी और लड़ाई से भरी
जहाँ सिर्फ प्यार हो फिर वो दिखावा कहलाए ,,,,
दोस्ती by npidrish
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