Wednesday, 27 September 2023

**इच्छा मृत्यु**



मैं तुमसे मिलने आऊँगी,  
लग जाएंगे कुछ बरस मुझे,  
तुम इंतजार मेरा करना,  
चाहे कितना भी मुश्किल हो, ऐतवार मेरा करना,  
मैं तुमसे मिलने आऊँगी,  

अगले जनम की बातें सब किताबी हैं,  
मुझे तुमसे इसी जन्म में मिलना है,  
कुछ काम अधूरे बाकी हैं,  
कुछ अंधेरों को मिटाना है,  
मैं कायर या कमजोर नहीं जो भाग जाऊँगी जिमेदारी से,  

मैं स्वयं की इच्छा मृत्यु से,  
तय करूँगी अपना आखिरी दिन,  
लेकिन काम अधूरे कुछ बाकी हैं,  
हाँ समय थोड़ा लगेगा,  
तुम बेवफा न मुझको समझना,  

मिलकर भी हम मिले नहीं, 
कितनी मन्नतों का धागा थे तुम, 
थे पहले और आखिरी भी, 
इस मीरा का थे! शरीर आधा तुम, 

बहुत बाते अधूरी रह गई हैं, 
मुलाकातें अधूरी रह गई है. 
हाथ पकड़ के चलते जो, 
वो रास्ते अधूरे रह गए है. ।
इतना लंबा और इतना छोटा जीवन जो अधूरा छोड़ गए, 
इक लम्बी पगडंडी पे, हाथ पकड़ के चलना है ,
कहीं दूर गगन के कोने पर बैठ, बहुत बाते अधूरी करनी है।
मैं तुम तक दौड़ी आऊंगी,,,मुझे रास्ता पूरा करना है।

इक तुम्हारे लिए ही मैं तुमसे भी लड़ गई थी, 
क्या दुनिया क्या किस्मत, सबसे बगावत कर जाउंगी, 
तुम गए भले मुझे छोड़ गए,,,
मैं तुम्हें ना छोड़ पाऊँगी, 

जो सौख मेरे रह गए अधूरे, 
वो जोड़ जो तुम लाए नहीं ,
वो चूडी जो तुम पिछले महीने ही दे गए थे ,
वो मंगलसूत्र जो पहनाना रह गया था ,
वो सजना वो सवरना जो साथ में था, 
अभी तो बहुत कुछ रह गया था ,
कितनी इच्छायें, कितनी बाते, कितनी ही जज्बातों की टोकरी को भरना था ...
हाय अभी तो इक ही पन्ना पढ़ा था, 
पूरी किताब को पलटना था .

मैं तुमसे मिलने आऊँगी,  
तुम इंतजार मेरा करना।  

- एन.पी. इद्रीश

Tuesday, 27 June 2023

Dosti

दोस्ती...

जो लड़ जाए
पर मरे एक दूसरे पर
जो नाराज़ तो हो लेकिन कभी गुस्सा ना हो...
जो साथ तो दे ✊ तो दे अंत तक
जैसे मीरा का राम
जैसे शिव नंदी का नाम

जो हंसे तो लगे तारे बरसे,
और रोए तो साथ में गंगा तरसे,

एक दूसरे से खफा ज़रूर हो सकते हैं,
लेकिन नाराजगी कभी बेवफ़ा नहीं होती,

कभी समय ना दे पाए तो समझे,
कभी दिल जो दुखाए तो समझे,
माँ की तरह ममता
और पिता की तरफ़ फटकार
यही तो होता है दोस्ती में यार,

एक को चोट लगे तो दूसरा भी तड़पे,
एक की ख़ुशी को देख, उसके भी ख़ुशी के आंसू झलकें ,,,

चाहे हरदम आगे बढ़ाना दोस्त को,
जलन वहाँ मचे जब कोई दूसरा दोस्त उसका बन जाए,
हाय कैसे लड़े एक दूसरे से फिर चिढ़ाए,
दोस्ती मीठी, खट्टी और लड़ाई से भरी 

जहाँ सिर्फ प्यार हो फिर वो दिखावा कहलाए ,,,,

दोस्ती by npidrish 

Friday, 27 January 2023

राम तो सबके है

राम तो सबके है, 
क्या तेरा क्या मेरा, 
जो काटे मन वनवास का, 
रख विश्वास,,, 
इक दिन राम होगा स्वय तेरा । 

राम हर मन मे है, 
क्या तेरा क्या मेरा, 
जो मन होगा निश्चल, 
रख विश्वास, 
टूटे मन मे भी रहेगा राम बसेरा, 

राम तो हर कण मे है, 
क्या तेरा क्या मेरा, 
जो कण ढूढे माटी को, होकर निश्चल तेरा, 
रख विश्वास, 
मैले कुचले कण मे भी होगा ! राम सवेरा, 

राम तो हर रंग मे है, 
क्या तेरा क्या मेरा, 
क्या लाल गुलाबी हरा और नीला, 
जो रंग रंगे सुधि वाणी, 
वही राम बसेरा, 

राम तो हर पल मे है, 
क्या तेरा क्या मेरा, 
जो क्षण बीते साथ प्रेम के, 
राम डाले वही डेरा, 

राम तो हर विचर मे है, 
क्या तेरा क्या मेरा, 
हर प्राणी का राम है, 
चाहे जीव निर्जिव, 
स्वामित्व नही किसी का राम पे, 
राम तो सबका मीत। 

राम न कोई नाम है, 
राम न कोई गीत, 
राम न कोई वाणी, 
राम न कोई रीत, 
राम नाम पर पथर भी न डुबा, 
तु क्यों बांटे राम नाम की प्रीत
राम तो सबका मीत, 

राम तो सबके है, 
क्या तेरा क्या मेरा,




- npidrish